BIS Hallmark 2025: असली सोना कैसे पहचानें? HUID की पूरी सच्चाई उजागर
BIS हॉलमार्क क्या है? — गोल्ड और सिल्वर ज्वेलरी की शुद्धता (2025 अपडेट)
Updated: 2025 — GoldShub द्वारा लिखा गया।
Meta description: BIS हॉलमार्क 2025 — सीखें कैसे पहचानें असली हॉलमार्क, HUID वेरिफिकेशन, 5 निशानों की पूरी जानकारी और 2025 अपडेट्स। खरीदते समय ये गलतियाँ न करें।
भारत में सोना और चांदी सिर्फ गहना नहीं — यह सुरक्षा, सम्मान और निवेश का प्रतीक है। लेकिन मिलावट और नकली हॉलमार्क जैसी समस्याएँ अभी भी हैं। इस गाइड में हमने 2025 के अपडेट्स के साथ सरल भाषा में बताया है कि BIS हॉलमार्क क्या है, इसे कैसे देखें, और खरीदते समय किन बातों का ध्यान रखें।
BIS हॉलमार्क का इतिहास
BIS ने भारत में हॉलमार्किंग से जुड़ी मानक प्रक्रियाएँ लागू कर के उपभोक्ता सुरक्षा को मजबूत किया। प्रमुख माइलस्टोन्स:
- 2000: सोने की हॉलमार्किंग शुरू
- 2005: सिल्वर शामिल
- 2016: नियम और मजबूत हुए
- 2021–2023: राष्ट्रव्यापी अनिवार्यता
- 2025: 9K गोल्ड और सिल्वर के लिए HUID अनिवार्य
BIS हॉलमार्क — सरल भाषा में
BIS हॉलमार्क यह पुष्टि करता है कि ज्वेलरी में इस्तेमाल की गई धातु (गोल्ड/सिल्वर) मानक शुद्धता के अनुसार है। उदाहरण:
- 22K = 916
- 18K = 750
- 14K = 585
हॉलमार्किंग प्रक्रिया — स्टेप बाय स्टेप
- ज्वेलर रजिस्ट्रेशन: केवल BIS-रजिस्टर्ड ज्वेलर ही हॉलमार्केड ज्वेलरी बेच सकते हैं।
- सैंपलिंग: AHC (Assaying & Hallmarking Centre) को भेजा जाता है।
- टेस्टिंग: Fire Assay (सबसे सटीक) और XRF (त्वरित) का उपयोग।
- मार्किंग: पास होने पर BIS लोगो, प्योरिटी, AHC कोड, ईयर कोड और HUID अंकित किया जाता है।
- सर्टिफिकेट: AHC द्वारा टेस्ट रिपोर्ट और सर्टिफिकेट जारी।
हॉलमार्क के पाँच घटक
- BIS लोगो — त्रिकोणाकार या आधिकारिक चिह्न
- प्योरिटी नंबर — 916 / 750 / 585
- AHC कोड
- ईयर कोड
- HUID — यूनिक 6-अंकीय कोड
यदि इनमें से कोई भी निशान गायब या अस्पष्ट है, ज्वेलरी की प्रमाणिकता पर शक करें।
कैसे वेरिफ़ाई करें (HUID)
- बिल पर लिखे HUID को नोट करें।
- BIS CARE App खोलें और HUID डालकर वेरिफ़ाई करें: BIS CARE App (Play Store).
- यदि HUID ऐप में न दिखे — ज्वेलरी संदिग्ध है, AHC टेस्ट करवाएँ।
कुछ आम मिथक और सच्चाई
मिथ: हॉलमार्क वाली ज्वेलरी हमेशा महंगी होती है।
सच: प्रीमियम मामूली होता है; सुरक्षा ज्यादा मायने रखती है।
मिथ: चमक देखकर प्योरिटी पता चल जाती है।
सच: गलत — वैज्ञानिक टेस्ट ही भरोसेमंद हैं।
मिथ: हर हॉलमार्क असली होता है।
सच: नकली अंकन भी मिलते हैं — HUID वेरिफाइ ज़रूरी है।
2025 के बड़े अपडेट्स
- सिल्वर ज्वेलरी में HUID अब अनिवार्य
- 9 कैरट गोल्ड भी हॉलमार्किंग के दायरे में शामिल
- BIS CARE ऐप में डिजिटल वेरिफिकेशन फीचर अपडेट
- नॉन-कम्प्लायंस पर कड़े जुर्माने
FAQs — अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
Q1: क्या हर ज्वेलरी पर हॉलमार्क ज़रूरी है?
A: हाँ, बिना हॉलमार्क बेचना गैरकानूनी है।
Q2: HUID क्या है?
A: हर हॉलमार्केड ज्वेलरी पर अंकित यूनिक 6-अंकीय कोड।
Q3: क्या पुरानी ज्वेलरी हॉलमार्क कराई जा सकती है?
A: जी हाँ — AHC टेस्ट के बाद संभव है।
Q4: अगर प्योरिटी कम निकलती है तो?
A: ज्वेलर को रिफंड या रिप्लेसमेंट देना होगा (BIS नियम के अनुसार)।
निष्कर्ष
सोना केवल गहना नहीं — यह जीवनभर की सुरक्षा है। इसलिए खरीदी करते समय HUID चेक करना, बिल लेना और केवल अधिकृत ज्वेलर से ही खरीदना बहुत जरूरी है।
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Sources: BIS Official Website • BIS CARE App